Life And Its Stories
  • Motivation
  • Mythology
  • Political Satire
  • Spirituality
Life And Its Stories
  • Travel
  • Women’s Rights
  • Daily Life
  • Nature
  • Short Stories
  • Poems
  • Audio Stories
  • Video Stories
  • About Me
  • Contact
  • Motivation
  • Mythology
  • Political Satire
  • Spirituality
Life And Its Stories
  • Travel
  • Women’s Rights
  • Daily Life
  • Nature
PoemsTravel

तट नदिया का

by 2974shikhat February 17, 2022
by 2974shikhat February 17, 2022

जीवन पथ की चलती यात्रा…
भावों की मुखरित सी भाषा….

दिखती शांत स्थिर सी नदिया की धारा…
नदिया के तट दिखते – दिखलाते…

संसार की अज़ब – गज़ब सी रीति दिखाते…
वहीँ आरतियों के दीप जले हैं…
नदिया के जल पर प्रतिबिम्ब दिखे हैं….

वहीँ राख होती मानव की काया…
पल में धधकती रिश्ते- नातों से बंधी , सुन्दर सी काया…

मानव मन भावों का सागर…
दिखता करुण क्रंदन, विचलित सा मन…

उद्वेलित मन बिखरा- बिखरा सा…
अश्रु धार से भीगा – भीगा..

हे ज्ञान , बुद्धि ,विनय और विवेक के सागर…
वेद ,उपनिषद और ग्रंथों के ज्ञाता…

जब मानव शोक संतप्त हो जाता…
नहीं समझ आती ,ज्ञान विज्ञान की भाषा…

कहते हैं सत्य यही है


उसी नदिया के तट पर दिखता शोक…
उसी तट पर दिखता मोह…
उसी तट पर दिखता लोभ…
उसी तट पर दिखती भूख…
उसी तट पर दिखते दुःख के गहरे बादल…
उसी तट से आते सुख – साधन…
उसी तट पर सुनाई पड़ते सांत्वना के बोल…
वहीं सुनाई पड़ती हास-परिहास की भाषा…

वो कोमल सा तन शांत पड़ा है…
जीवन अनमोल है कह रहा है…

जीवन का शाश्वत सत्य यही है…
मानव मन फिर भी व्यथित है….

नदियों के तट की अलग सी भाषा….
शोक संतप्त मन तो शोक की भाषा…

प्रफुल्लित मन तो, प्रफुल्लित नदिया की धारा…
प्रकृति का है यह अंदाज निराला…

ExpressionHuman behaviorIndian society and cultureRiver GangaSpritualityThoughtsVaranasi
0 comment
0
FacebookTwitterPinterestEmail
2974shikhat

previous post
नयी उमंग नया उत्साह, फिर आया नया साल
next post
होली का त्यौहार और उड़ता गुलाल

You may also like

माँ अब नही रहीं

February 13, 2025

समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

October 26, 2024

लोकगाथा के साथ सोन और नर्मदा नदी (भाग...

April 23, 2024

लोक गाथा के साथ सोन और नर्मदा नदी

April 3, 2024

सफर एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो का

December 17, 2021

शब्दों का तिलिस्म

September 6, 2021

माँ

September 3, 2021

बेटियां

August 30, 2021

आवाज प्रकृति की

August 16, 2021

शहर प्रयागराज

February 9, 2021

About Me

About Me

कहानी का दूसरा पहलू मेरी दुनिया में आपका स्वागत है

मेरे विचार, और कल्पनाएं… जीवन की छोटी-छोटी बातें या चीजें, जिनमे सामान्यतौर पर कुछ तो लिखने के लिये छुपा रहता है… एक लेखक की नज़र से देखो तब नज़र आता है … उस समय हमारी कलम बोलती है… कोरे कागज पर सरपट दौड़ती है.. कभी प्रकृति, कभी सकारात्मकता, कभी प्रार्थना तो कभी यात्रा… कहीं बातें करते हुये रसोई के सामान, कहीं सुदूर स्थित दर्शनीय स्थान…

Popular Posts

  • 1

    The story of my Air conditioners

    September 10, 2016
  • 2

    विचार हैं तो लिखना है

    October 4, 2020
  • 3

    उत्तंग ऋषि की गुरुभक्ति (भाग1)

    November 11, 2020
  • PODCAST-जंगल का साथ बहुत सारी बात

    October 13, 2017
  • 5

    “कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत सारी शुभकामनायें”

    August 12, 2020

Related Posts

  • माँ अब नही रहीं

    February 13, 2025
  • समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

    October 26, 2024
  • लोकगाथा के साथ सोन और नर्मदा नदी (भाग -२)

    April 23, 2024
  • लोक गाथा के साथ सोन और नर्मदा नदी

    April 3, 2024
  • सफर एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो का

    December 17, 2021

Keep in touch

Facebook Twitter Instagram Pinterest Youtube Bloglovin Snapchat

Recent Posts

  • The story of my Air conditioners

  • कथा महाशिवरात्रि की

  • माँ अब नही रहीं

  • सैरऔर चिर परिचित चेहरे

  • बदलेगा क्या हमारा शहर ?

  • समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

  • पुस्तकालय

Categories

  • All (211)
  • Audio Stories (24)
  • Daily Life (135)
  • Motivation (47)
  • Mythology (16)
  • Nature (33)
  • Poems (61)
  • Political Satire (2)
  • Short Stories (184)
  • Spirituality (20)
  • Travel (25)
  • Women's Rights (8)
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram

@2019-2020 - All Right Reserved Life and It's Stories. Designed and Developed by Intelligize Digital India