दिमाग था उस दिन ज़रा सा उलझा हुआ…
करना था कुछ अपने स्वभाव के मुताबिक…
हमने लिया भगवान शिव का नाम…
कर लिया माँ सरस्वती का आह्वान…
शुरू किया था ज्यादा सोचे समझे
बिना एक सफर…
अकेले ही चलने का किया था इरादा..
आत्मविश्वास और सकारात्मक इरादे
को बनाया अपना हमसफर …
धीरे धीरे ही सही चलती गयी
आप लोगों का साथ मिलता गया….
निश्चित तौर पर हमारा उत्साह भी बढ़ता गया…
आप सभी मेरे blogging के सफर का महत्वपूर्ण हिस्सा है ।
मेरे सभी followers मेरे लिये अनमोल हैं।
मेरे लिये 100 follwer का होना बड़ा मायने रखता है ।
आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद मेरे सफर मे मेरे साथ चलने के लिये😊👍
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बहुत बधाई !!!!
धन्यवाद 😊
Congratulations😁👍
Thanks 😊