Life And Its Stories
  • Motivation
  • Mythology
  • Political Satire
  • Spirituality
Life And Its Stories
  • Travel
  • Women’s Rights
  • Daily Life
  • Nature
  • Short Stories
  • Poems
  • Audio Stories
  • Video Stories
  • About Me
  • Contact
  • Motivation
  • Mythology
  • Political Satire
  • Spirituality
Life And Its Stories
  • Travel
  • Women’s Rights
  • Daily Life
  • Nature
Life and Its Stories - Bihu
Short StoriesTravel

असम प्रदेश – प्राकृतिक,पारंपरिक और सांस्कृतिक विरासतों का साथ

by 2974shikhat July 27, 2020
by 2974shikhat July 27, 2020
Image Source: Google

प्राकृतिक सुंदरता के बीच यात्रा का

अलग ही अनुभव होता है….

जलस्रोत के किनारे बसे शहरों की खूबसूरती की बात भी अलग होती है…

शहर कितना भी भीड़ भाड़ वाला हो लेकिन समुद्र,नदी या झील के कारण

हमेशा मनोहर दिखता है….

इन जगहों पर आकर व्यक्ति इनकी खूबसूरती में खो जाता है….

ऐसी ही खूबसूरत सी जगह है…..

“पूर्वोत्तर का द्वार”कहा जाने वाला शहर “गुवाहाटी”

असम का सबसे बड़ा शहर होने के कारण, यहां आधुनिकता और प्राचीनता का अद्भुत संगम

देखने को मिलता है….

“प्रागज्योतिषपुर” के नाम से भी अपनी पहचान को

बताने वाला यह शहर….

प्राचीन गौरव और पौराणिक कथाओं के बीच में

अपने अस्तित्व को समेटे हुए दिखता है….

Image Source: Google

माँ कामाख्या देवी का सिद्ध शक्तिपीठ –

नीलांचल पर्वत पर स्थित मां कामाख्या देवी का मंदिर

शक्ति और साधना का सबसे बड़ा केन्द्र होने के कारण

गुवाहाटी शहर की पहचान है….

मां कामाख्या देवी का मंदिर, स्त्री के प्रति

सम्मान की बात बोल जाता है….

स्त्रीत्व के प्राकृतिक गुणों के कारण ही

स्त्री इस ब्रम्हाण्ड की जननी है…

इस बात को दृढ़ता के साथ कहता जाता है…..

आस्था और पौराणिकता से जुड़ी इस बात की

ब्रम्हपुत्र नदी साक्षी बनती है…..

Image Source: Google

ब्रम्हपुत्र नदी के किनारे बसा यह शहर…

नदी के कोप को हमेशा ही झेलता है…..

वहीं दूसरी तरफ उसके द्वारा दी जाने वाली

सौगातों को समेटता हुआ दिखता है…..

ब्रम्हपुत्र नदी भी बड़े आश्चर्य में डालती है…

यह सिर्फ एक नदी नही है….

यह एक दर्शन है समन्वय का…..

एशिया की सबसे लंबी नदी के तमगे से

नवाजी गई है….

अपने तटों पर कई सभ्यता और संस्कृति का

मिलन कराती है….

बहाव के अपने लंबे सफर में कई नाम बदलकर

सामने दिखती है….

कितनी सारी नदियों को अपने अंदर

समाहित करती है…..

किसी नदी का रंग लाल, किसी का नीला

किसी का मटमैला तो किसी का श्वेत

ये सभी नदियों को उनके मूल रूप में

स्वीकार करती है….

ब्रम्हपुत्र नदी का किनारा लोगों को

बड़ा भाता है…..

Image Source: Google

मोटरबोट,स्टीमर या क्रूज़ के जरिए नदी

को पार करने का चाव पर्यटक नहीं छोड़ पाता ….

माजुली द्वीप –

ब्रम्हपुत्र नदी मे स्थित ‘माजुली द्वीप’

असमिया संस्कृति की विलक्षण तस्वीर

प्रस्तुत करता है……

इस द्वीप ने ब्रम्हपुत्र नदी के कोप को हमेशा

मिट्टी के कटाव के रूप में सहा है….

असमिया विरासत की पहचान

सर्दी के मौसम में होने वाला “राग महोत्सव”

कराता है….

Image Source: Google

काजीरंगा नेशनल पार्क –

विश्व धरोहर के रूप में घोषित काजीरंगा नेशनल पार्क

अपने दलदलों, गैंडों, हाथी और जंगली भैंसों की

अधिक संख्या के कारण प्रसिद्ध है…..

काजीरंगा के रोमांच ने सातवीं सदी में भारत आये

ह्वेनसांग को भी प्राकृतिक सुंदरता से भावविभोर

कर दिया था…..

Image Source: Google

मां कामाख्या के अलावा चित्रांचल पहाड़ी पर स्थित

नवग्रह मंदिर.…

पिकाक हिल पर स्थित उमानंदा मंदिर भी

दर्शनीय है…..

असम की सांस्कृतिक और पारंपरिक विरासत

लोकनृत्य–

विरासत की बात करें तो ‘लोकनृत्य’ सबसे पहले सामने आते हैं…

बिहू नृत्य तो असम की पहचान के रूप मे समझ मे आता है…

बिहू नृत्य के समय पहने जाने वाला पारंपरिक परिधान , हमेशा अपनी तरफ ध्यान खींचता है…

हलके रंगों के साथ अक्सर लालिमा लिये हुए चटकीले रंग ! ऐसा लगता है माँ कामाख्या देवी की ऊर्जा को अपने साथ ले आये हो…

बच्चा ,बूढ़ा और जवान सभी उम्र के लोग थिरकते दिखते हैं…

धीमी गति के साथ शुरू होने वाला यह नृत्य, ब्रम्हपुत्र की लहरों समान ही दर्शकों को लगता है…

बिहू के अलावा झुमर नाच और बागरुम्बा भी असमिया लोकनृत्य का एक विशेष अंग है..

पारंपरिक परिधान-

महिलाओं के लिए पारंपरिक परिधान मेखला चादर और पुरूषों के लिये धोती- कुर्ता और गमछा होता है …

पारंपरिक भोजन-

पारंपरिक खाने की बात करो तो असमिया संस्कृति भी धनवान लगती है ….

ज्यादातर मांसाहारी खाने की विविधता है…

पारंपरिक असमिया भोजन मे खार और टेंगा महत्वपूर्ण होते हैं…

असम का तिल पीठा, बिहू के दौरान खाया जाने वाला विशेष पकवान है…

तिल पीठा भी असम की पहचान है…

लोकभाषा–

ज्यादातर असमिया और बोडो भाषा बोली जाती है,इसके अलावा बंगाली भाषा भी असम मे बहुतायत से बोली जाती है…

ऐसा लगता है मानो ! प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर असम प्रदेश! देशी विदेशी पर्यटकों को बुला रहा हो …..

रहस्यमयी ब्रम्हपुत्र नदी की बात बता रहा हो….

मां कामाख्या के सिद्ध मंदिर के माध्यम से गुवाहाटी शहर, मातृशक्ति की बात कह रहा हो….

काजीरंगा नेशनल पार्क की बात निराली….

गजराज के साथ जंगली जानवरों का दीदार ,कौतूहल के साथ-साथ रोमांच पैदा करता है…

गुवाहाटी शहर प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ,असमिया संस्कृति की समृद्धिशाली विरासत को दिखाने के लिए ,निश्चित तौर पर देशी और विदेशी पर्यटकों को आमंत्रित करता सा लगता है … असम के पर्यटन उद्योग को, उड़ान के लिये पर देता हुआ सा लगता है….

Image Source: Google

Asam TourismBrahmputra RiverIncredible IndiaMaa Kamakhya Devi
0 comment
0
FacebookTwitterPinterestEmail
2974shikhat

previous post
किओस्क मशीन की बात, और विकास
next post
शोर मचाती हुई कामचोर मशीन

You may also like

कथा महाशिवरात्रि की

February 25, 2025

सैरऔर चिर परिचित चेहरे

February 4, 2025

बदलेगा क्या हमारा शहर ?

January 23, 2025

समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

October 26, 2024

पुस्तकालय

August 10, 2024

लोकगाथा के साथ सोन और नर्मदा नदी (भाग...

April 23, 2024

लोक गाथा के साथ सोन और नर्मदा नदी

April 3, 2024

बातें गुलाबी जाड़ा के साथ

December 13, 2023

जय चंद्रयान 3

August 24, 2023

प्रकृति का सौम्य या रौद्र रूप और सावन...

August 5, 2023

About Me

About Me

कहानी का दूसरा पहलू मेरी दुनिया में आपका स्वागत है

मेरे विचार, और कल्पनाएं… जीवन की छोटी-छोटी बातें या चीजें, जिनमे सामान्यतौर पर कुछ तो लिखने के लिये छुपा रहता है… एक लेखक की नज़र से देखो तब नज़र आता है … उस समय हमारी कलम बोलती है… कोरे कागज पर सरपट दौड़ती है.. कभी प्रकृति, कभी सकारात्मकता, कभी प्रार्थना तो कभी यात्रा… कहीं बातें करते हुये रसोई के सामान, कहीं सुदूर स्थित दर्शनीय स्थान…

Popular Posts

  • 1

    The story of my Air conditioners

    September 10, 2016
  • 2

    विचार हैं तो लिखना है

    October 4, 2020
  • 3

    उत्तंग ऋषि की गुरुभक्ति (भाग1)

    November 11, 2020
  • PODCAST-जंगल का साथ बहुत सारी बात

    October 13, 2017
  • 5

    “कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत सारी शुभकामनायें”

    August 12, 2020

Related Posts

  • कथा महाशिवरात्रि की

    February 25, 2025
  • सैरऔर चिर परिचित चेहरे

    February 4, 2025
  • बदलेगा क्या हमारा शहर ?

    January 23, 2025
  • समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

    October 26, 2024
  • पुस्तकालय

    August 10, 2024

Keep in touch

Facebook Twitter Instagram Pinterest Youtube Bloglovin Snapchat

Recent Posts

  • The story of my Air conditioners

  • कथा महाशिवरात्रि की

  • माँ अब नही रहीं

  • सैरऔर चिर परिचित चेहरे

  • बदलेगा क्या हमारा शहर ?

  • समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

  • पुस्तकालय

Categories

  • All (211)
  • Audio Stories (24)
  • Daily Life (135)
  • Motivation (47)
  • Mythology (16)
  • Nature (33)
  • Poems (61)
  • Political Satire (2)
  • Short Stories (184)
  • Spirituality (20)
  • Travel (25)
  • Women's Rights (8)
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram

@2019-2020 - All Right Reserved Life and It's Stories. Designed and Developed by Intelligize Digital India