The hustle and bustle of daily work sometimes confuses oneself. People like me often ignore their footwear.
Maybe that’s why our poor footwear feels neglected.
कुछ दिन पहले की ही तो बात है व्हाटसएप मैसेज को पढ़ने के बाद मुझे इस पोस्ट को लिखने का ख्याल आया ।
मैसेज का मुद्दा ये था कि हमारे फुटवियर भी हमारे व्यक्तित्व की पहचान होते हैं ।
अपने जूतों को बड़ी देर तक ध्यान से देखती रही। थोड़ी देर मे लगा वो मुझसे कुछ कहना चाह रहे हैं ।
ऐ मेरे प्यारे प्यारे जूते !
तुम क्यूँ रहते हो हर समय सोते…..
कभी तो समय पर जाग जाया करो….
जरा हाथ मुंह भी धो कर आया करो…
चलो अच्छा अब मुझे ये तो बताओ….
क्यों रहे हो तुम, इस तरह से फफक ?
क्या किसी ने बोला है तुम्हें , अपनी वाणी से शब्द कड़क ?
मालूम है मुझे, तुम हो बड़े कर्त्तव्यनिष्ठ….
तुम्हारी निष्ठा मे, कहीं से नही है कोई कमी…..
क्या तुम्हारी सूरत से ही जमाना तुम्हे आँकेगा ?
क्या खाक किसी ने फाँकी होगी ,जो तुमने फाँका होगा ?
तुम हो मेरे अच्छे वाले दोस्त…..
तुम मे कहीं से भी नही है कोई खोट…..
दोस्ती निभाना अच्छे से जानती हूँ……
तुम्हे कभी भी मै नीचा नही मानती हूँ……
मुझे पता है मेरा, तुम्हारा साथ लंबा है……
अब बताओ तुम्हें फिर ,किस बात की चिंता है…..
कराते हो तुम मेरी चाल मे, आत्मविश्वास का बोध….
कैसे मान लूं मै कि है तुम में,कहीं से भी कोई खोट…..
क्या हुआ तुम्हें आजकल अकेलापन भाता है ?
कहीं तुम्हारा स्वास्थ्य तो नही गड़बडाता है ?
पड़े रहते हो आलमारी से नीचे, कहीं भी….
अब तुम ही बताओ ये बात भी तो सही नही…..
अगर तुम्हे चाहिये कोई नये संगी साथी……
तो कल ही मै बाजार से नये जूते भी ले कर आती.….
बताया करो न अपने मन की बात….
मत रहा करो तुम इस तरह से उदास…….
मुझे पता है तुम्हारे मन मे है छोटी सी कसक…
आज हो रही है तुम्हें,नहाने की तलब…
ये तुम्हारे मुहँ पर लगी है जो धूल और मिट्टी…..
आओ करते हैं आज इनकी पूरी तरह से छुट्टी…..
उसके बाद ही तुम्हारा रूप निखरेगा….
क्या नया जूता दिखता है ,जो तुम्हारा सौन्दर्य छिटकेगा…
रखा करो न अपने मुँह को साफ – सुथरा..
उजला – उजला देख कर तुम्हें ….
” वो देखो, चारो तरफ काला धुआँ बिखरा”
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आपने तो सचमुच बड़े नायाब तरीके से एक नई बात लिख दी. 😊
धन्यवाद😊 मुझे अपनी चीजों से लगाव रहता है चाहे वो सजीव हो या निर्जीव वो मेरे घर का कोई भी सामान भी हो सकता है किचेन के बर्तन से लेकर पौधों तक उन्हीं के बीच मे से इस तरह की चीजें लिख जाया करती हैं।
Naya hai
😊