होली का त्यौहार और उड़ता गुलाल
जीवन के सफर में समय-समय पर आने वाले त्यौहार, ऐसा लगता है मानो कहते जा रहे हो, अपनी पारम्परिक विरासतों को संरक्षित करना ,अपने बच्चों को सौंपना ,एक अनकही सी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
तेज ध्वनि में सुनाई पड़ता हुआ होली का संगीत ,लोगों के अंदर जोश भर रहा था। एक बार फिर से हर उम्र के रंगे- पुते चेहरे , ताल के बेहतर मिलाप के साथ थिरक रहे थे।
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