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बेटियों की मुस्कान,स्वस्थ समाज की पहचान

by 2974shikhat April 6, 2018
by 2974shikhat April 6, 2018

बेटियां सच में होती हैं अनमोल

परिवार के प्यार के साथ जुड़ी होती है
उनकी खुशियों की डोर ।
चहकना,फुदकना, खिलखिलाने के साथ
अपनी बातों को मनवाने के लिए
कभी रूठना कभी मनाना ।
ये सब होता है उनका जन्म सिद्ध अधिकार ।
फिर क्यूं दिखता है समाज बेटियों की उड़ान को
एक सीमित दायरे में बांधने के लिए तैयार ।
समाज में चारो तरफ उथल पुथल दिखती ।

Save girl child

बदलते हुए समाज के साथ बेटियां अपने
विचारों के छांव में आगे बढ़ते हुए दिखती हैं ।
एक बेटी का समाज को बनाने में महत्वपूर्ण
योगदान होता है ।
नवजात शिशु के रूप में आज भी समाज में
सामान्यतौर पर बेटियों का जन्म लेना
आंखों को खटकता है ।
सामाजिक ताने-बाने में बेटों की चाह में
आज भी बेटियां मां की कोख में ही चिरनिद्रा
में सोती हैं ।
मां की कोख जैसी सबसे सुरक्षित जगह में भी
असुरक्षित होती हैं ।
आश्चर्य के साथ समाज की नींव
तब डगमगाने लगती है ।
जब महिलाएं ही बेटों की चाह में नवजीवन की
सांसों की डोर को तोड़ते हुए दिखती हैं ।
होता होगा क्या मां के मन में बेटियों की सुरक्षा का सवाल ?
या होता होगा दान दहेज जैसी चीजों को , न इकट्ठा कर पाने का मलाल ?
समाज आज लड़के और लड़कियों के बीच में
असंतुलन से झूल रहा ।
कन्या भ्रूण हत्या का बाजार फल और फूल रहा ।
बेटियों की प्यार और ममता का कोई मोल नही होता ।
प्यार और कोमलता के साथ पाली पोसी गई बेटियां
समाज में परिवर्तन ला सकती हैं ।
तमाम तरह की कुरीतियों को समूल उखाड़ सकती हैं ।
इस हकीकत को जानते हुए भी समाज क्यूं अनदेखा करता है ?
जीवन में बेटी का साथ होना एक सुखद एहसास से भरता है ।
उनकी मीठी सी मुस्कान और कोमल एहसास, जीवन में ऊर्जा भरता है ।
जरूरत हमेशा उनको आत्म विश्वास के साथ
सबल बनाने की होती है ।
जीवन की आपाधापी में भागते हुए समाज का
पुरुष वर्ग हो या महिलाएं !
सभी को अपना अपना उत्तरदायित्व निभाना होगा ।
तभी शायद हर घर में बेटियों की चहचहाहट और
खिलखिलाहट के साथ
समाज की नींव की मजबूती का नया दौर शुरू होगा ।
Beti bachao Beti padhaoHappinessInternational women's DayLove and careParentingSave girl childSpreadPositivity
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2974shikhat

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jacquelineobyikocha April 6, 2018 - 6:51 am

I wish I understood what you wrote, but the images say a whole lot.

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कहानी का दूसरा पहलू मेरी दुनिया में आपका स्वागत है

मेरे विचार, और कल्पनाएं… जीवन की छोटी-छोटी बातें या चीजें, जिनमे सामान्यतौर पर कुछ तो लिखने के लिये छुपा रहता है… एक लेखक की नज़र से देखो तब नज़र आता है … उस समय हमारी कलम बोलती है… कोरे कागज पर सरपट दौड़ती है.. कभी प्रकृति, कभी सकारात्मकता, कभी प्रार्थना तो कभी यात्रा… कहीं बातें करते हुये रसोई के सामान, कहीं सुदूर स्थित दर्शनीय स्थान…

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