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Daily LifeShort Stories

बातूनी घड़ी 

by 2974shikhat August 14, 2020
by 2974shikhat August 14, 2020

Image Source : Google Free

घड़ी भी कितनी बातूनी होती है न ! 

हर समय टिक… टिक.. टिक.. करती रहती है….

आँखों के सामने लगी दीवार घड़ी
मुझे आरामतलबी के अंदाज मे देखकर
मुस्कुरा रही थी….

ऐसा लग रहा था जानबूझ कर
कभी गुस्से से भरी आँखें दिखा रही थी….
कभी शरारत वाले अंदाज मे चिढ़ा रही थी…..

पता नही क्यों  ज़रा सी तुनक मिजाज सी
नज़र आ रही थी…..

ऐसा लग रहा था कह रही हो
बड़ी देर से आपको आरामतलबी के
अंदाज के साथ देख रही हूँ….

अपनी तीनों सुइयों को एक साथ बारह की संख्या
पर पहुँचाते हुए बोली…..
अब सीधे हमारी तरफ देखिये….
इधर उधर नज़रों को मत फेरिये…..

हमारी तीनो सुइयों और एक से लेकर बारह की संख्या के
बीच मे हर कोई दौड़ता भागता दिखता है..…

प्रश्नवाचक अंदाज मे हमसे बोली …

हम घड़ियों का परिवार कभी , आराम करता हुआ दिखता है क्या?

अचानक से सेकंड वाली सुई अपने चुलबुले से अंदाज़ मे

जोर से खिलखिलायी…..

बातें करती हुई मेरे पास आयी…..
बोली,मै तो पूरे दिन तेजी से भागती रहती हूँ…..

बस ऐसे ही व्यायाम करती हूं…
इसीलिये लम्बी और पतली काया के साथ दिखती हूँ ….
मेरे पास तो एक सेकंड भी आराम करने का समय नही…..

तुरंत ही सधे हुये कदमों के साथ मिनट की सुई दी दिखाई….

हँसते हुए अपने मुँह को खोली…..

मेरी चाल ज़रा सी निराली है…..
हमेशा सेकंड की सुई के ऊपर अपनी नज़र रखती हूँ…..

जैसे ही ये एक चक्कर पूरा करती है….
वैसे ही कदमों को आगे बढ़ाती हूँ…..

मेरी बात को ज़रा ध्यान से सुनिये……
समय तो हमारे पास एक मिनट रुकने का भी नही…..

हर समय इंसान मिनट की बात कर आराम करता है….
अनजाने मे ही घंटे बिता देता है…..
कितने सारे समय को बस यूँ ही , मिनट के बहाने गँवा देता है…..

तभी ठहरती ठिठकती हुई घंटे की सुई नज़र आयी…..

ज़रा सा प्यार से मुस्कुरायी……

बोली आकार मे छोटी दिखती हूँ……

हर समय, सेकंड और मिनट की सुइयों को दौड़ते भागते हुये देखती हूँ…..
मै तो आराम से अपने कदमो को बढ़ाती हूँ….
मेरे महत्व को आप कम आँक नही सकतीं….
घड़ी को घंटे की सुई के बिना जाँच नही सकतीं…..

एक बात तो आपको हमारी माननी ही पड़ेगी…..
तीन सुइयों और बारह अंको के साथ पंद्रह लोगों का है
हमारा प्यारा सा परिवार…..
हमारे लिये नही होता कोई शनिवार या रविवार….

आपकी नज़र भी हमेशा हमारे ऊपर ही टिकी रहती है….
सारी दुनिया हमारे साथ साथ ही चलती है….
अगर इंसान हमारी कद्र करना जान ले….

समय की अहमियत को पहचान ले…

समय के साथ इंसान भी हमेशा मुस्कुराता हुआ ही नज़र आयेगा..

clockConversationExpressionFriendly talkHuman behaviorpositivityThoughtstimeTime is money
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2974shikhat

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मेरे विचार, और कल्पनाएं… जीवन की छोटी-छोटी बातें या चीजें, जिनमे सामान्यतौर पर कुछ तो लिखने के लिये छुपा रहता है… एक लेखक की नज़र से देखो तब नज़र आता है … उस समय हमारी कलम बोलती है… कोरे कागज पर सरपट दौड़ती है.. कभी प्रकृति, कभी सकारात्मकता, कभी प्रार्थना तो कभी यात्रा… कहीं बातें करते हुये रसोई के सामान, कहीं सुदूर स्थित दर्शनीय स्थान…

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