बदलता सा मौसम
देश के अलग- अलग भागों के साथ राजधानी में भी जलभराव की खबरें आना आम है। खास बात तो तब नजर आयी जब, राजधानी में रिक्शा स्टैंड ,बस स्टैंड रेलवे स्टेशन को छोड़िये, टी थ्री एयरपोर्ट पर जलभराव की बात सामने नजर आयी। खबरें दुरस्त थीं संचार माध्यमों के जरिये आम जनता की पहुँच तक थीं।
घरों की भीतरी साजसज्जा और तापमान को नियंत्रण में रखने में , खिड़कियों और दरवाजों पर टाँगे हुए परदे ब्लाइंड्स या चिक का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
काम धाम के व्यस्त से दिन की शुरुआत में, मानो या न मानो हास्य योग ने ,बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
दरवाजों और खिड़कियों के पर्दों को खोलते ही, तरह- तरह की आवाज के साथ वर्षा की बूंदों ने अपने वर्चस्व को दिखाया। भागते दौड़ते हुए मेघों ने अपनी अति व्यस्तता की बात को बतलाया। देखते ही देखते मौसम खुशगवार
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