जीवन की आपाधापी और उधेड़बुन के बीच में, मानव का व्यहवार भी बदलता रहता है….
कभी-कभी,हल्के-फुल्के अंदाज में चीजों को देखो तो, लेखन का अंदाज भी बदल जाता है….
बरसात के मौसम में झींन्ही-झींन्ही सी फुहारों के बीच में, ज़रा मिठाइयों की दुकान की सैर पर चलिये तो, मानव स्वभाव के चटोरेपन की इंतहा दिखती है…
मिठाई की दुकान के प्रवेश द्वार के बाहर ही चढ़ी थी कढ़ाई….
सुबह की बनी हुई इमरती और शाम की छनी हुई जलेबी के बीच में चल रही थी लड़ाई…
अंदर प्रवेश करते ही सबसे पहले मिली नुक्ती…
हिन्दू समाज में मंगल और शनिवार को नुक्ती (बूंदी) के जरिये ही, बजरंगबली को प्रसन्न करने की लगाई जाती है युक्ति…
छोटा हो या बड़ा, लाल हो या सफ़ेद
सामने दिखा पेड़ा….
प्रसाद के थाल में, हमेशा डाले रहता है अपना डेरा…
सावन मास और तीज के त्यौहार से है, घेवर का गहरा नाता…
ज़रा ध्यान से देखो तो घेवर के तेवर !
मैदा, घी, खोया, मलाई, चाशनी, सूखे मेवे से होता है तैयार….
थालों से डिब्बों के भीतर, अतिशीघ्र आने के लिए दिखता है बेकरार…
सबसे नकचढ़ी शुगरफ्री मिठाइयां नजर आ रहीं थी…
अलग शेल्फ में भीड़भाड़ से दूर आराम फरमा रहीं थी…
ऐसा लगा रस मलाई की चतुराई रबड़ी को न भायी…
कुल्फी और फालूदा के साथ मिलकर, रबड़ी ने अपनी अकड़ दिखाई…
सामने नज़र आया गुलाब जामुन…
इधर से उधर चाशनी में लुढ़क रहा था…
ऐसा लगा मानो सिस्टम में, मध्यस्थ की भूमिका अदा कर रहा था…
राजभोग और रसगुल्ला, खोये की बर्फियों के बगल की ट्रे में नज़र आ रहे थे…
बेहतरीन स्वाद की बात, अपनी नज़ाकत से ही बतला रहे थे….
व्यंगभरी मुस्कान के साथ पाकीजा ,रसमाधुरी ,कलाकंद ,मलाईचाप,डोडा ,संदेश,अलवर के मावे ने हमारी तरफ देखा…
ऐसा लगा मानो पूछ रहे हों…
क्या आपके दिलोदिमाग में, वजन कम करने का ताजा तरीन विचार कौंधा ?
कम कैलोरी वाली मिठाई के इरादे से ,लड्डू के थाल की तरफ चाहत भरी नज़र उठायी….
पड़ोस में सोहनपापडी आकर्षक पैकिंग में नज़र आयी….
देखते ही बोलने लगी ,अभी दीपों का पर्व आने में कुछ महीना बाकी है…
तब देखिएगा सोहन पापड़ी की चाल….
शीशे की दीवारों के भीतर बंद मिठाइयों की तरफ अनमने भाव से देखा….
दीवार पर बने हुए छोटे से मंदिर की तरफ अपनी नजरों को फेरा….
गणपति जी की तीव्र हंसी, उनकी भारीभरकम थुलथुल सी काया को भी हिला रही थी….
बोलने लगे, लड्डू -पेड़े का भोग ग्रहण कर-कर के ये हाल हुआ है….
मूषकराज को देखो, इनकी फुर्ती ने इनको मोटापे से दूर किया हुआ है….
मिठाई की दुकान के चारो तरफ नजरों को घुमाया….
डीपफ्रॉय टिक्की ,गोलगप्पे ,चटपटे समोसे ,भल्ला पापड़ी के साथ चाइनीज व्यंजन ने भी अपनी उपस्थिति
को बतलाया….
दिमाग की धिक्कार सामने नज़र आयी….
बोला ,वजन कम करने की टिप्स आप जैसों के काम न आयी….
जीभ के चटोरेपन और वजन के सामंजस्य को, तर्कों के माध्यम से बतलाया….
सोशल मीडिया पर वजन कम करने के उपाय तमाम हैं….
संबंधित विषय पर ज्ञानवर्धक लेखों की भरमार है..
सभी बातें उपयोगी तभी हैं जब, मानव के भीतर वजन कम करने की इक्षाशक्ति प्रबल है…