PoemsSpirituality “सत्य” by 2974shikhat August 5, 2019 by 2974shikhat August 5, 2019 सत्य से जब होता है आमना-सामना सच मायने मे तब होता है जीवन से सामना सत्य की तलाश मे निकल पड़े, ‘योगी‘ और ‘संत‘ ….. सत्य की तलाश ने ही तो, बना दिये अनेक पंथ ….. सत्य क्या है? यह एक अबूझा सा सवाल लगा ….. सत्य ने ही कभी तो …. आँखों पर पर्दा डाले जीवन को ‘भ्रमित’ किया …. सत्य ने ही कभी आँखों को अंधियारों मे प्रकाश से ‘आलोकित’ किया ….. जीवन पथ को देखो तो सत्य है ‘कर्म‘ ….. सत्य है इंसानियत का ‘धर्म‘ …. सत्य है ‘प्रकृति‘…. सत्य है ‘विकृति‘ …. सत्य है ‘सृष्टि‘ …. अगर ‘बेजान पत्ते’ सत्य है …… तो पेड़ पौधों पर दिखते,’नव पल्लव’ भी सत्य है ….. सत्य ने बता दिया …… जीवन मरण के ‘शाश्वत सत्य’ को आँखों के सामने दिखा दिया ….. सत्य की तलाश मे इंसान ‘व्याकुल‘ दिखा ….. सत्य को जानने के लिए ‘आतुर‘ दिखा ….. सत्य ‘भटकाता’है …… सत्य खुद से ‘मिलवाता’ है ….. सत्य ‘स्वीकार्य’है ….. सत्य ‘अस्वीकार्य‘ है ….. सत्य ‘भूलभुलैया’ मे ‘भटकाता’ है ….. सत्य है ‘भूख‘ सत्य है ‘धूप‘ …… सत्य है ‘लोभ‘ सत्य है ‘क्षोभ‘ …… सत्य है ‘मोह‘ सत्य है ‘क्रोध‘ …… सत्य है ‘छल‘ सत्य है ‘बल‘ ….. फिर क्यों उलझ गया इंसान …… सत्य की तलाश मे यूँ ही, निकल गया इंसान ….. consciousnessExpressionHuman behaviorPathPeace and TranquilitysocietyStruggleThoughtsTruthWriting 0 comment 0 FacebookTwitterPinterestEmail 2974shikhat previous post प्रश्न के साथ प्रगति और वार्तालाप next post प्रणाम विघ्नहर्ता श्रीगणेश You may also like माँ अब नही रहीं February 13, 2025 तट नदिया का February 17, 2022 शब्दों का तिलिस्म September 6, 2021 माँ September 3, 2021 बेटियां August 30, 2021 आवाज प्रकृति की August 16, 2021 बातूनी बारिश की बूँदें September 25, 2020 Maa Ki Mamta September 9, 2020 Anokha Rishta September 8, 2020 Ai Kalam Tumhe Salam September 6, 2020