Life And Its Stories
  • Motivation
  • Mythology
  • Political Satire
  • Spirituality
Life And Its Stories
  • Travel
  • Women’s Rights
  • Daily Life
  • Nature
  • Short Stories
  • Poems
  • Audio Stories
  • Video Stories
  • About Me
  • Contact
  • Motivation
  • Mythology
  • Political Satire
  • Spirituality
Life And Its Stories
  • Travel
  • Women’s Rights
  • Daily Life
  • Nature
All

“चित्रकूट”, प्रकृति की अनुपम कृति

by 2974shikhat March 26, 2018
by 2974shikhat March 26, 2018

Travel

कभी सोचो तो सच में विविधताओं के साथ रोमांच, सांस्कृतिक धरोहरों, पौराणिक कहानियों के साथ हमारा देश मनोहर लगता है…..

कई कस्बे और शहर तो ऐसे हैं, जिनके नाम जेहन में आते ही, इंसान उन जगहों से पौराणिक कहानियों के माध्यम से खुद-ब-खुद जुड़ने लगता है…..

ऐसी ही जगहों में से एक जगह है, भगवान राम के वनवास के समय का आश्रय स्थल “चित्रकूट”…..

प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर, मंदाकिनी नदी के किनारे स्थित प्राचीन तीर्थ स्थलों में से एक है…..

इस जगह को देखकर ऐसा लगता है कि यह प्रकृति और ईश्वर की अनुपम कृति है….

कल कल करते हुए बहते हुए झरने,घने जंगल,पंक्षियों का कलरव,बहती नदियां विंध्य पर्वत

की श्रृंखलाओं से घिरे हुए इस जगह पर देखने को मिलेंगी…..

“चित्रकूट”नाम के बारे में अलग-अलग विचार सुनने और पढ़ने को मिलते हैं…..

अनेक रंग की धातुयें इस पहाड़ पर पाये जाने के कारण इस पहाड़ को चित्रकूट कहते हैं…..

दूसरी तरफ चित्रकूट शब्द को तोड़ कर उसका अर्थ निकालते हैं…

चित्र का मतलब संस्कृत भाषा में अशोक और कूट का मतलब शिखर या चोटी…..

इस संबंध में जनश्रुति यह है कि अशोक के वृक्ष इस वनक्षेत्र में बहुतायत से मिलते थे इस लिए

इसका नाम चित्रकूट पड़ा…..

आज भी चित्रकूट की भूमि पर भगवान राम,लक्ष्मण और सीता के चरणों को महसूस किया जा सकता है…..

दुर्गम पर्वतीय और जंगली इलाका होने के कारण विदेशी आक्रमणकारियों की नज़रों से भी बचा रहा….

तुलसीदास जी ने अपनी अधिकांश रचनाओं, कवितावली, दोहावली, विनय-पत्रिका और राम चरित मानस में चित्रकूट की महिमा का गुणगान किया है….

Travel

लोकश्रुतियों के अनुसार तुलसीदास जी को आराध्य के दर्शन चित्रकूट में ही हुए थे…

आराध्य भगवान राम और लक्ष्मण को उन्होंने तिलक भी लगाया था….

“चित्रकूट के घाट पै भयी संतन के भीर

तुलसीदास चंदन घिसै तिलक देते रघुवीर”

महाभारत में चित्रकूट और मंदाकिनी का तीर्थ के रूप में वर्णन किया गया है….

महाकवि कालिदास ने रघुवंश महाकाव्य में चित्रकूट के बारे में बताया है…

श्रीमद्भभगवत गीता में भी चित्रकूट का वर्णन मिलता है…..

बौद्ध ग्रंथ ललित विस्तर में भी चित्रकूट की पहाड़ी का उल्लेख मिलता है…

धार्मिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटन की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण जगह है…..

इसका कुछ भाग मध्यप्रदेश और कुछ भाग उत्तर प्रदेश में होने के कारण यहां पर घूमते समय पर्यटक दोनों प्रदेशों की सीमा के अंदर और बाहर होते रहते हैं…..

यहां पर अनेक जगहें देखने लायक हैं…

कामदगिरि धार्मिक महत्व वाला पर्वत है। पांच किलोमीटर की परिक्रमा कर श्रृद्धालु अपनी मनोकामना पूरी करते हैं…..

कामतानाथ और भरत मिलाप मंदिर भी यहां पर स्थित है….

Travel

जानकी कुंड के अलावा राम जानकी रघुवीर मंदिर और संकट मोचन मंदिर भी देखने योग्य है….

स्फटिक शिला से राम और सीता जी चित्रकूट की सुंदरता को निहारते थे….

गुप्त गोदावरी धार्मिक आस्था के साथ साथ रोमांच पैदा करती है …. नगर से अट्ठारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है…..इसके अंदर प्रवेश करने पर साफ सुथरे पानी की शीतलता के साथ गुफा की दूरी को तय करते हैं…

इस गुफा के अंत में एक छोटा सा तालाब है…

कहा जाता है कि इस गुफा के अंत में राम और लक्ष्मण ने अपना दरबार लगाया था…

हनुमान धारा में हनुमान जी की विशालकाय मूर्ति है…..मूर्त्ति के सामने तालाब में झरने से पानी गिरता दिखता है…..

कहा जाता है कि, यह धारा श्री राम ने लंका दहन से वापस आये हनुमान जी के आराम के लिए बनवाई थी…..

महासती अनुसूया और महर्षि अत्रि के तप का पवित्र स्थान अनुसूया आश्रम के नाम से जाना जाता है….

इस आश्रम में अत्रि मुनि , अनुसूया, दत्तात्रेय और दुर्वासा मुनि की प्रतिमा स्थापित है…..

माना जाता है कि यह वही आश्रम है,जहां सती अनुसूया ने अपने सतीत्व की परिक्षा के लिए आये ब्रहम्मा, विष्णु और महेश को अपने तप के प्रभाव से बाल रूप में परिवर्तित कर दिया था…

रामचन्द्र जी के वनवास के बाद महाभारत काल में पाण्डव चित्रकूट में रहे थे….उसके बाद महाराजा हर्ष के समय का इतिहास चित्रकूट के बारे में बताता है……

उसके बाद बुंदलो का प्रभाव चित्रकूट के नवीनीकरण में दिखता है…..

Travel

प्रागैतिहासिक काल की गुफायें, मुगलिया सल्तनत के दौरान शहंशाह अकबर के दरबार के नौ रत्नों में से प्रमुख संगीत सम्राट तानसेन का संबंध भी चित्रकूट से रहा है…..

भक्ति काल के प्रमुख कवि अब्दुल रहीम खानखाना ने तो अपने बुरे समय में यहां आकर भाड़

भूजने का काम भी किया…..

उनके लिखे दोहे….

” चित्रकूट में रम रहे, रहिमन अवध नरेश

जापर विपदा परत है,सो आवत यहि देश”

चित्रकूट के सफर में निकले हुए यात्रियों को यह जगह प्राकृतिक सुंदरता, आध्यात्म,आस्था इन तीनों चीजों का दर्शन करा देती है…

Travel

(सभी चित्र इन्टरनेट से)

AsthaChitrkootFeeling of positivityIndian society and culturespiritualityTravel
0 comment
0
FacebookTwitterPinterestEmail
2974shikhat

previous post
मन की शक्ति,”सोलह आने खरी
next post
वनस्पतियों के साथ रसोई और, रसोई के साथ स्वस्थ जीवन

You may also like

Ek Kopal Se Mulakaat

September 10, 2020

Krishna janmashami podcast

July 22, 2020

बाल मनोविज्ञान और बेलगाम आवेग

October 10, 2019

त्योहार के रंग,विदाई और मिलन के संग

October 8, 2019

शहीदों की शहादत को सलाम

July 26, 2019

बात उपयोगी मिट्टी की

July 22, 2019

गोत्र और पर्यावरण संरक्षण की बात ,गुमशुदा मानसून...

July 15, 2019

भारतीय राजनीति का, नया अध्याय

July 12, 2019

रेगुलेटर या नियंत्रक!

June 25, 2019

विश्व पर्यावरण दिवस और ,वायु प्रदूषण की बात

June 5, 2019

About Me

About Me

कहानी का दूसरा पहलू मेरी दुनिया में आपका स्वागत है

मेरे विचार, और कल्पनाएं… जीवन की छोटी-छोटी बातें या चीजें, जिनमे सामान्यतौर पर कुछ तो लिखने के लिये छुपा रहता है… एक लेखक की नज़र से देखो तब नज़र आता है … उस समय हमारी कलम बोलती है… कोरे कागज पर सरपट दौड़ती है.. कभी प्रकृति, कभी सकारात्मकता, कभी प्रार्थना तो कभी यात्रा… कहीं बातें करते हुये रसोई के सामान, कहीं सुदूर स्थित दर्शनीय स्थान…

Popular Posts

  • 1

    The story of my Air conditioners

    September 10, 2016
  • 2

    विचार हैं तो लिखना है

    October 4, 2020
  • 3

    उत्तंग ऋषि की गुरुभक्ति (भाग1)

    November 11, 2020
  • PODCAST-जंगल का साथ बहुत सारी बात

    October 13, 2017
  • 5

    “कृष्ण जन्माष्टमी की बहुत सारी शुभकामनायें”

    August 12, 2020

Related Posts

  • Ek Kopal Se Mulakaat

    September 10, 2020
  • Krishna janmashami podcast

    July 22, 2020
  • बाल मनोविज्ञान और बेलगाम आवेग

    October 10, 2019
  • त्योहार के रंग,विदाई और मिलन के संग

    October 8, 2019
  • शहीदों की शहादत को सलाम

    July 26, 2019

Keep in touch

Facebook Twitter Instagram Pinterest Youtube Bloglovin Snapchat

Recent Posts

  • The story of my Air conditioners

  • कथा महाशिवरात्रि की

  • माँ अब नही रहीं

  • सैरऔर चिर परिचित चेहरे

  • बदलेगा क्या हमारा शहर ?

  • समझो तो पंक्षी न समझो तो प्रकृति

  • पुस्तकालय

Categories

  • All (211)
  • Audio Stories (24)
  • Daily Life (135)
  • Motivation (47)
  • Mythology (16)
  • Nature (33)
  • Poems (61)
  • Political Satire (2)
  • Short Stories (184)
  • Spirituality (20)
  • Travel (25)
  • Women's Rights (8)
  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram

@2019-2020 - All Right Reserved Life and It's Stories. Designed and Developed by Intelligize Digital India