मेरी इस कविता को मेरी आवाज मे सुनने के लिए आपलोग इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
“आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें”…चलिये दीपों को सजाते हैं😊
अमावस के अँधियारे को रोशन करते जाते हैं….
दीपों को सजाते हैं….
चलिये दीप जलाते हैं……
रोशनी के त्योहार को उजियाले से भरते जाते हैं…
चलिये दीप जलाते हैं……
मिट्टी के दिये भी सच्चे से दिखे…
कच्ची मिट्टी से बने…
साँचे मे ढले…
तपती आग मे पके
उसके बाद ही रोशनी फैलाते हैं…
चलिये दीप जलाते हैं……..
नन्ही सी लौ के साथ खुश नज़र आते हैं…..
कैसे टिमटिमाते हैं..
चलिये दीप जलाते हैं……..
दीपों का त्योहार सब के लिए लाये खुशियाँ अपार…
आपस मे न हो कोई वैमनस्य या मनमुटाव..
रोशनी के साथ त्योहार को ज़रा जोश के
साथ मनाते हैं….
चलिये दीप जलाते हैं……..
अनार की तरह खुशियाँ बिखेरते जाना है…..
राकेट की तरह मुसीबतों को आकाश मे भगाना है….
ये फुलझड़ी की झड़ी लगती बातों की लड़ी…..
मन की कड़वाहट को मिठाई के साथ भुलाते हैं..
चलिये दीप जलाते हैं……..
जीवन मे आये हुए झंझावातों को
पल भर मे भुलाते हैं…
चलिये दीप जलाते हैं…….
( समस्त चित्र internet के द्वारा )
0 comment
Happy diwali😊
Aapko bhi diwali ki shubhkamnaye 😊
Happy Diwali
Aapko bhi deepawali ki shubhkamnaye
Bahut badhiya kavita….Happy Diwali…
Thanks…aapko bhi happy diwali…
Bahut sunder
धन्यवाद 😊