रंगबिरंगे रंगो की दुनिया के बीच मे
एक रंग अलग थलग सा दिखा था …
हमेशा से ज़रा सा किनारे पर खड़ा था ….
अपने आप को कमतर कभी नही मानता …..
क्योंकि हमेशा से आकाश से पाताल तक
अपनी उपयोगिता को जानता ….
स्याह काले आकाश की अपनी ही
खूबसूरती होती है ….
अपनी कालिमा के कारण ही चाँद
और तारों की चमक को हमेशा
निखारकर दिखाती है ……
रंग बिरंगे रंग हमेशा मन के भावों को
उमंग और उत्साह से जोड़ते है …..
दूसरी तरफ काले रंग को हमेशा दुख
और अवसाद के साथ ही तोलते हैं ….
काला रंग हमेशा बदसूरती और अपशगुनता
को ही नही दिखाता …..
रंगों के बीच मे अपनी उपस्थिति से चीजों को
सजाता और सँवारता …..
आकाश मे छायी काली घटायें
बारिश के आने की बात कह जाती हैं……
पानी की बूँदों के रूप मे अपनी उपयोगिता
दिखा जाती हैं ……
काले रंग के बाल भी व्यक्ति की खूबसूरती
को उभारते हैं …..
अपनी कालिमा के बीच मे प्यारे से चेहरे की
सुन्दरता को निखारते हैं …..
रास्ते मे चलते हुये दिखता है आवागमन के
साधनों का बड़ा सा संसार …..
काले रंग की कहीं न कहीं उपस्थिति के बिना
एक भी वाहन न दिखा …..
सभी के टायरों ने सिर्फ काले रंग को ही
अपनाया हुआ था …..
बाकी के रंगों को बाहर का रास्ता दिखाया
हुआ था….
काले रंग के कपड़ों की अपनी ही खूबसूरती
होती है …..
पहनने वाले व्यक्ति के साथ यह रंग हमेशा
अपनी वफादारी निभाता है ….
मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति को भी हमेशा
पतला ही दिखाता है …..
काली चमकीली आँखें कितनी खूबसूरत होती हैं ….
हमेशा व्यक्ति के आत्मविश्वास का प्रतिबिम्ब होती हैं …..
लहराती हुई काली सड़क नज़ाकत की मारी दिखती है …..
अपने ऊपर से गाड़ियों को तेजी से भगाती है ….
काले चारकोल की अहमियत को ज़रा जोर से बताती है ……
काली सरसों क्यूँ हमेशा पीले रंग
के फूलों से खेतों को सजाती है ….
पता नही किस कोने मे काले रंग के भीतर
पीले रंग को छुपाती है …..
कवियों की कवितायें काले रंग के तिल और काली आँखों
के बीच मे फँसी ……
शब्दों की सरिता इस काले रंग के साथ ही हमेशा बही ….
अलौकिक सुन्दरता से इन कविताओं की नायिकायें सजी ….
मेरे विचारों की उधेड़बुन ने काले रंग की उपयोगिता को दिखाया ….
इसी काले रंग के टीके और काजल ने बचपन से लेकर आज तक
हर किसी को बुरी नज़र से बचाया ….
फिर क्यूँ नही है काले रंग को सम्मान का अधिकार ….
दिल और दिमाग ने बार बार इस सवाल को उठाया …
( समस्त चित्र internet के द्वारा )
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