“Let us spread positivity at the beginning of the New Year”
आखिरकार नया साल धूम धड़ाके के साथ आ ही गया । कभी लगता है पुराना साल कितनी जल्दी सरक गया । केलैण्डर के पन्नो के साथ-साथ जिंदगी भी आगे बढ़ती है । हर नया साल नयी उम्मीदें नयी आशायें ले कर आता है, लेकिन जिंदगी हमेशा goody goody नहीं होती।
बीता हुआ साल मुझे बहुत कुछ सिखा गया । आपके सामने जो चीजें दिखती हैं जरूरी नही कि वो आप के मापदंड के अनुरूप हो । भगवान शिव की कृपा और देवी माँ केसाथ का महत्व बीता साल मुझे बता गया ।
मेरे अंदर सुसुप्तावस्था मे सोयी हुई प्रतिभा को निखार गया । गद्य की विधा मे तो मै पहले भी अपने भावों को कभी-कभी लिखा करती थी ,लेकिन कविता रूप मे मैने पहली बार लिखना शुरू किया है ।
मुझे नहीं पता था कि मै 5 month मे 34 blog लिख पाऊंगी , अपने blog को इतनी दूर तक ला पाऊंगी । मुझे इतना आगे तक लाने मे मेरे सभी wellwisher और मेरी family का प्रोत्साहन बहुत मायने रखता है ।
Wordpress के मेरे सभी followers को मेरी तरफ से नव वर्ष की शुभकामनायें । आप सभी स्वस्थ और खुश रहें अपने profession मे ऊँचाईयों को छुये ।
हर जगह नये साल की शुभकामनाओं का ही माहौल बना हुआ है । ऐसा लगता है कि अगर आपने अपने शुभकामना देने वाले भाव प्रकट नही किये तो आप पीछे रह जायेंगे यही सोचते -सोचते मैने एक कविता भी लिख ली….
क्यों अपने मनोभावों को आज ही बताना है …
नया साल आ गया इसीलिये अपनापन जताना है ..
दिखावा करना जरूरी होता है क्या हमेशा …
सोच कर के ही शुभकामनायें देना होता है हमेशा …
लायेगा नया साल क्या सब कुछ सपने जैसा …..
होगा क्या सब कुछ अपने चाहने जैसा..
चाहने से अगर हर एक बात पूरी होती तो…….
शायद रावण की लंका राख नही हुई होती …..
जीवन को हमेशा सादा और सरल रखना चाहिये …..
बुद्धि और विवेक को हमेशा साथ ले कर चलना चाहिये …..
सपने देखकर हमेशा नया साल मनाते हैं लोग…..
सपनो के ऊपर ही सारी जिंदगी लुटाते हैं लोग …..
आ गयी है सोशल साइट्स पर बहार ही बहार……
हर जगह चल रही है नये साल की बयार ….
शुभकामनायें होती हैं हर किसी के लिये जरूरी ……
अगर दी जायें तहेदिल से और हो न कोई मजबूरी ….
काम आती है हमेशा दिल से कही गयी बात……
नहीं थोपने चाहिये कभी किसी पर अपने जज्बात …
भागना अपनी जिम्मेदारियों से कायरता होती है ….
परिवार का ध्यान रखना ही हमेशा प्राथमिकता होती है ….
स्वहित से पहले समाज के बारे मे सोचना चाहिये …..
विकृत मानसिकता से हमेशा परे रहना चाहिये ….
कर के दूसरे के हित के लिये कुछ अच्छा ..
भूल जाना चाहिये…..
अभिमान दिखाते हुये हमेशा ….
एहसान नही जताना चाहिये …
नव वर्ष मे करते हैं संकल्प कुछ ऐसा ….
दंभी मन को उड़ा देते हैं परिंदो के जैसा….
नव वर्ष हो सबके लिये हितकारी , मंगलकारी …..
यही शुभकामना है आप सभी के लिये हमारी ….
(समस्त चित्र internet के सौजन्य से