May 19, 2017
“Change your attitude a little and you will see that your positivity will take you places “
हर व्यक्ति का अपना स्वभाव होता है । किसी भी बात को कहने का अपना अपना तरीका होता है । मेरे विचार से अपनी प्रतिक्रिया देने से पहले , सामने वाले के नजरिये को भी समझने की कोशिश करना चाहिये ।
कभी-कभी सामान्य तरीके से कही गयी बात के भी, अलग अलग अर्थ निकाले जाते हैं । उसका परिणाम संबंधों के बनने और बिगड़ने का कारण भी बन सकता है ,यह सामने वाले व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है कि वह, उन बातों मे Positivity देखता है या Negativity …...
ये फिज़ाओं मे आज सन्नाटा सा महसूस हुआ
सन्नाटा देखकर दिमाग ने झन्नाटा सा महसूस किया
खुल गये ज्ञान चक्षु धीरे से
ऐसा लगा बड़े दिनो के बाद मन और दिमाग दोनो मिले
दिमाग मे विचारों के फूल खिले
इसी कारण से कागज और कलम एक दूसरे से गले मिले
शब्दों के आलिंगन के कारण ही बन गये कुछ वाक्य
बुनते गए रचनाओं के जाल
मैने सोचा हो गया कैसे ये कमाल
धीरे से मैने अपनी आँखो को खोला
विचारों को एक बार फिर से सावधानी पूर्वक
मन और दिमाग दोनो के साथ मे तोला
कहीं हो तो नही गया फिर से कोई झोलमझोल
क्यूँ हो गयी है लोगों की आँखे थोड़ी सी गोलमटोल
उसके बाद दिमाग ने अपनी उदारता को दिखाया
बड़े प्यार से समझाया
मत बोला करो ऐसे ताबड़तोड़
खोज लिया करो शब्दो के थोड़े से सँभले हुये से तोड़
क्योंकी शब्दों का हमेशा छिद्रान्वेषण हुआ करता है
इन्हीं शब्दों पर पूरी तरह से अनुसंधान हुआ करता है
तुम्हारे दिमाग को चहुंओर से परखा जायेगा
जबरजस्ती की नकारात्मक बातों से तोला जायेगा
सकारात्मकता पर प्रश्न एक बार फिर से उठेगा
सरल तरीके से कही गयी बात हमेशा नही पचती
हो सके तो शब्दों को थोड़ा सा लच्छेदार बनाया करो
बोलने से पहले खुद भी पचाया करो
आत्मा ने एक बार फिर से हिलाया मुझे
मेरा वास्तविक चेहरा दिखाया मुझे
बड़े प्यार से मेरे वजूद की बात बतलाया
बातों ही बातों मे मुझे समझाया
करना नही कभी अपने असली स्वभाव से समझौता
ओढना नही कभी अपने चेहरे पर दिखावे का मुखौटा
दुनिया की तरफ बार-बार मत देखो
अपने आप को दिखावे की आग मे मत झोंको
लोगों का साथ हमेशा जरूरी होता है
सफलता का मापदंड दोहरा नही होता है
मत करना कभी अपने आत्म सम्मान से समझौता
क्योंकी ये संसार हमेशा आँखें बंद करके सोता
नम्रता का कोई दूसरा विकल्प नही होता
दृढ प्रतिज्ञा से बड़ा कोई संकल्प नही होता
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शब्दों के सन्नाटे की गूँज जबरदस्त है. आपकी बाते अंदर तक उतर गई. दो बातें मुझे खास पसंद आई है —-
करना नही कभी अपने असली स्वभाव से समझौता
मत करना कभी अपने आत्म सम्मान से समझौता
मेरे विचार से व्यक्ति का स्वभाव ही उसके व्यक्तित्व को बताता है और आत्म सम्मान के बिना तो जीवन मे कुछ भी नही रहता ।
हौसला बढ़ाने के लिये धन्यवाद
Bilkul ज़बरदस्त हे
आपने मेरी पोस्ट को पढकर पसंद किया उसके लिये धन्यवाद 😊