शिशु अवस्था जीवन की सबसे
खूबसूरत अवस्था होती है…..
नन्हा बच्चा अपने भावों और व्यहवार को
सामने वाले के पद प्रतिष्ठा, रूप और धन संपत्ति के
तराजू पर नही तोलता…..
हर किसी से एक ही अंदाज मे बोलता….
बड़ी अनोखी और निराली सी लगती है ये बात….
न मुंह मे दांत न सिर पर बाल….
पांव अशक्त फिर भी दिखते सशक्त….
ये शिशु भी अपनी ही धुन मे दिखते हैं….
शिशु अवस्था से बाल्यावस्था तक का सफर
मुश्किल सा लगता है…..
जीवन की मूलभूत बातों को सीखना होता है…..
अपने पांव पर खड़ा होना,पहला कदम बढाना…..
बढ़े हुए कदमो को दौड़ना, भागना भी सिखाना होता है….
मानव जीवन के विकास का क्रम
बस यूँ ही चलता रहता है….
शिशु अवस्था से वृद्धावस्था तक का सफर…
सार्थक होता है, या निरर्थक…..
यह इंसान की खुद की काबिलियत और मेहनत पर निर्भर करता है…
विकास के क्रम के साथ ही खुद को
आकर्षक दिखाने का दौर चल पड़ा…..
क्या महिला! क्या पुरुष! दोनो ही वर्ग खुद को
आकर्षक दिखाने की होड़ मे बढ़ चले…
घरों से लेकर बाजार तक, सौंदर्य प्रसाधनों और
आकर्षक कपड़ों से सजी हुयी, भीड़ और दुकानें दिखी…..
समाज की घिसी-पिटी सी सोच के अनुसार…..
आकर्षक दिखने की चाह मे, मोटापा सबसे पहले
सामने आता है…..
अगर इंसान को खुद का मोटापा न दिखे तो
समाज बड़े प्यार से, मोटा होने की बात बताता है…..
बार बार सहानुभूति पूर्वक समझाता है…..
कपड़े कभी पेट पर तो कभी कमर पर कसते….
ऐसा लगता वहाँ से,आराम से हिलने की बात पर बिदकते….
ये सब मोटापे का ही कमाल होता है….
पेट पर चढ़ी हुयी चर्बी के कारण, ज़रा सा हाल बुरा होता है….
ईश्वरीय जगत की करो बात तो….
लंबोदर,धन कुबेर,लाफिंग बुद्धा जैसे लोग भी
पेट पर बढ़ी हुई चर्बी के साथ,खुश नज़र आते हैं……
शारीरिक स्वास्थ्य,खुशी और मन की शांति को सिर्फ
आकर्षक काया के साथ तौलने की बात को
झुठलाते हुए दिख जाते हैं…..
ऐसा लगता है मानो बोल रहे हों….
समाज की आँखों को खोल रहे हों…..
पेट पर चर्बी हो तो हम तीनो को याद करना…..
आकर्षक दिखना बुरी बात नही…..
लेकिन दूसरो को अपने पैमाने पर मत मापो..,,
आकर्षक काया ने अच्छे अच्छों को भरमाया….
सबसे महत्वपूर्ण होती है, मन की काया…..
तन की काया होती है, मोह माया……
राख एक दिन हर किसी को हो जाना……
रखा करो बच्चों सा व्यहवार….
उदर मे संभाल कर रखा करो, सहेजने वाली बात…
पेट पर बढ़ी हुई चर्बी को अब, हिकारत के साथ मत देखना….
ज्ञान को बढ़ाने के साथ…..
खुद को सहृदयता और मुस्कान के साथ सहेजना……
(सभी चित्र internet के द्वारा )