आधुनिक समाज भी पारंपरिक विषयवस्तु से
पूरी तरह से अनजान नहीं…….
कितना भी नये दौर को समाज अपनाता जाये…….
फिर भी भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई चीजों से
जीवन को अनछुआ न कर पाये……
वेद पुराण हों या हो अन्य कोई ग्रंथ….
वनस्पतियों की अहमियत हमेशा बताते हैं…..
पेड़ पौधों और प्रकृति से जुड़ने की बात
प्राचीन काल से कहते जाते हैं……
वर्तमान में समाज “पर्यावरण बचाओ”के
नारे जोर शोर से लगाता है…..
पर्यावरण असंतुलित होने के बाद बंद आंखें
खोलता हुआ नज़र आता है….
हमारी सभ्यता और संस्कृति के बीच में हमेशा से
एक नन्हा सा कोमल पौधा गर्व से खड़ा नज़र आता है…..
नाम पूछने पर तमाम नामों के बीच में
चिरपरिचित नाम तुलसी बतलाता है…..
पुरातन ग्रंथ वेदों ने भी तुलसी के गुणों और
उसकी उपयोगिता को माना है…….
पौराणिक कहानियां समुद्र मंथन के समय निकले
अमृत के छलकने की बात बताती हैं…….
उसी छलके हुए अमृत से तुलसी के पौधे के
जन्म की बात बतलाती हैं…….
इसी कारण से इस पौधे ने अमृत के
गुणों को अपनाया है……
आर्युवेदिक, युनानी, होमियोपैथी और एलोपैथी सभी
चिकित्सा पद्धतियों ने तुलसी के औषधीय गुणों के स्वीकारा है……
इसकी पुष्प मंजरी कोमल और बहुरंगी छटाओं वाली होती है……
पत्तियां इसकी भीन्हीं सी सुगंध से सुगंधित रहती हैं…..
आर्युवेद का सबसे प्राचीन मान्य ग्रंथ “चरक संहिता” ने
तुलसी के गुणों का वर्णन किया है…..
इसके विभिन्न नाम ,गुणों की बात को
अपने अर्थ के अंदर समेटे हुए हैं……
आसानी से मिल जाती है इसलिए “सरला”…..
महिलाओं के लिए उपयोगी तो “सुभगा”…..
तीव्रता से असर करती है इसलिए “तीव्रा”…..
काया को सुंदर बनाती है तो “कायस्था”….
इसके अलावा पावनी,पूतपुत्री,दैत्याधि,सुरमा,देव-दुन्दुभि
नाम भी अर्थ के अनुसार अपने गुणों को बताते हैं……
हिन्दु धर्म की मान्यता के अनुसार……
तुलसी के पौधे की जड़ में सभी तीर्थ…..
मध्यभाग में सभी देवी-देवता….
और ऊपरी शाखाओं में सभी वेद स्थित हैं….
तुलसी दल के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है……
तुलसी के सतीत्व के तेज ने भगवान विष्णु को भी शापित किया था…..
तुलसी केवल शाखा और पत्तों का ढ़ेर नहीं
आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है……
अमृत के समान तुलसी का पौधा वातावरण को सात्त्विक करता है……
आज भारत ही नहीं विश्व ने भी
तुलसी के पौधे के अद्भूत गुणों को
वेदों और पुराणों की नज़रों से स्वीकारा है……
विज्ञान ने भी तुलसी के पौधे के गुणों को स्वीकारते हुए
अपने सिर को आश्चर्य और श्रद्धा के भावों के साथ झुकाया है…..
( समस्त चित्र इन्टरनेट से)
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अत्यंत ज्ञानवर्धक लेख
धन्यवाद 😊
बेहद उपयोगी जानकारी से भरे पोस्ट के लिये आभार .
धन्यवाद😊