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स्वस्थ शरीर अकूत संपत्ति से भी बड़ा होता है…
यह बात हर व्यक्ति ने किताबों मे पढ़ा
और समाज मे देखा होता है…
शरीर भी भगवान की दी हुई मशीन ही होता है…
हर अंग का अपना अपना कर्म होता है….
छोटी छोटी शारीरिक परेशानी हर किसी के
जीवन मे आती…
जीवन के सफर मे चलते हुए शरीर को स्वस्थ
रखने की अहमियत बता जाती…
यात्रा के दौरान ही मिल गया कैंसर रोग से
पीड़ित व्यक्ति का साथ….
मन विचारमग्न हो गया,जीवन को खुशी से
जीने की ललक को देखकर वहीं पर ठिठक गया…
इस तरह के रोग और रोगी आजकल आम हो गये ….
अनजान कारणों से इस तरह के रोग से ग्रसित लोंग
तमाम हो गये …
बचपन मे हमेशा से लिखी थी एक बात…
कागज और कलम के साथ…
“विज्ञान वरदान या अभिशाप”
इस तरह की बीमारियों को ठीक करने की कोशिश मे
विज्ञान हमेशा वरदान ही नज़र आता है..
जीवन से निराश हो चुके व्यक्ति की आँखों मे
वापस से जीने की चाह को लाता है…
विज्ञान ने ही खोज लिया है
इन असाध्य रोगों का निदान…
बस पीड़ित व्यक्ति को रखनी होती है हिम्मत
और खुद पर विश्वास…
समाज मे कितने कैंसर पीड़ित व्यक्ति
एक बार फिर से उठ खड़े हुए…
जीवन को उत्साह के साथ जीने की राह पर बढ़ चले….
जीवन के सफर मे कहीं तो स्वस्थ व्यक्ति के साथ
कदम से कदम मिलाकर तो कही
आगे भी बढ़ चले….
समाज के सामने कैंसर से लड़ने के बाद
जीते हुए सिकंदर बने…
दूसरी तरफ विज्ञान का दूसरा पहलू नज़र आता है…
विज्ञान की दी हुई आधुनिक जीवन शैली को
कभी न कभी तो ज़रा सा परे रखना होगा…
समय रहते ही सँभलना होगा….
धुँए के बदसूरत से छल्ले हो ,शराब हो या
नुकसान दायक खाद्य पदार्थ
इनकी तरफ से मुँह फेरना होगा….
नशे के फेर मे घूमता हुआ युवा समाज
नशे की लत के कारण तमाम बुराइयाँ अपनाता…
सही और गलत की पहचान करने के विवेक को खोता जाता..
कुछ समय के मनोरंजन के लिए अपने आप को
दलदल मे ढकेलता जाता…
बिखरने के बाद सँभलने के लिए नशे को बार बार अपनाता
अपने शरीर को असाध्य रोगों के चौखट पर पटक आता…
क्योंकि प्रकृति प्रगति से लड़ाई
करके कभी-कभी थक जाती है…
कभी-कभी विज्ञान के कारण अपने दिये हुए
स्वस्थ शरीर को नष्ट करते देख तड़प जाती है..
स्वस्थ शरीर के अंगों पर अतिक्रमण कर रही
नुकसान दायक चीजों से झगड़ जाती है…
जीवन मे कुछ बुरी आदतें छोड़ी जा सकती है…
समय रहते आने वाले बुरे पल की राह मोड़ी जा सकती है…
जीवन है तो मृत्यु भी सत्य है
लेकिन “आ बैल मुझे मार” की बात कहाँ उचित है…
चलो उठो ,दौड़ो भागो नये लक्ष्य बनाओ…..
जीवन का महत्व समझकर बुरी आदतों को पीछे छोड़ते जाओ…