एक बार फिर से सर्द मौसम सरक गया….
गुनगुनी सी लगने वाली धूप!
चटकीली सी,महसूस होने लगी…..
कमरे की छत पर लटके हुए पंखों ने
अपनी प्रफुल्लता को दिखाया….
ज़रा सी मंद गति से चलते हुए ही.,,
अपनी स्मित सी मुस्कान के साथ,खुशी को जताया….
पंखों के ऊपर कहीं तो अधिकता मे,कहीं अल्प मात्रा मे
जमी हुई धूल मिट्टी हट गई …..
साफ सुथरी सी उनकी, शक्ल सूरत दिख रही थी…
पंखों की साफ सफाई के दौरान नजरें !
एयर कंडीशनर की तरफ फिर गई ….
खुद को सर्द मौसम मे उपेक्षित समझ ….
एयर कंडीशनर ने रुआंसी सी सूरत दिखाई …..
खुद की साफ सफाई की जरूरत की बात बतलाई….
कमोवेश हर घर का यही हाल था….
अचानक से बढ़े हुए तापमान के कारण ….
हर कोई हैरान और परेशान था…
कपड़ों की आलमारियाँ सांस रोके खड़ी थीं…..
अपने भीतर कपड़ों के दबाव को ….
विगत चार महीने से महसूस कर रही थी ….
बढ़ते हुए तापमान के कारण,ऊनी कपड़ों से
परेशान लग रही थी…..
बोलने लगी ,अब गर्म कपड़ों को
यहाँ से हटाइये…..
गर्म मौसम मे पहने जाने वाले कपड़ों से
अपनी आलमारी को सजाइये…..
रजाई और कंबल कहीं तो, धूप सेंकते हुए नज़र आये…..
कहीं ड्राईक्लीन की दुकान से आने के बाद…
सर्द मौसम के वापस आने तक
निद्रा की बात कहते जा रहे थे…..
सर्द मौसम के पांव पीछे खीचते ही…
स्वेटर ,जैकेट,थर्मल और शाॅल की परतें उतर गई….
जीभ के चटोरेपन की ज्यादती दिख गई …..
जीभ,मन और दिमाग का संघर्ष ….
अधिकांश लोगों के साथ दिख रहा था ….
गोभी,आलू,मेथी,मूली,पनीर के पराठे…..
स्वास्थ्य के दुश्मन, समझ मे आ रहे थे…..
मक्खन और घी मे डूबी हुई ,उनकी छवि को देखकर….
वजन कम करने के संघर्ष मे लगे लोग….
नाक भौं सिकोड़ते नज़र आ रहे थे….
गाजर का हलवा हो या,मूंग और बादाम का हलवा…..
ज्यादातर लोगों ने, सर्द मौसम की वापसी तक
इनसे मुँह फेरा….
गर्म मौसम मे, खाने और पीने वाली ठंडी तासीर की चीजें …..
पंखे, कूलर,और एयर कंडीशनर के साथ प्रफुल्लित दिख रहे थे…..
रसोई को देखा और सुना तो !
मंद स्वर मे कुछ कहती हुई ,समझ मे आ रही थी….
ताजा सादा और आसानी से पचने वाला भोजन
बढ़ते हुए तापमान के साथ पकाइये…..
गर्म मौसम मे होने वाली ,तापमान जनित बीमारियों से
सबको बचाइये ……
(सभी चित्र internet से )